Monday, 8 September 2025
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर आधारित पुस्तक 'विकास पुरुष' का भव्य लोकार्पण
Wednesday, 18 June 2025
अमेरिका तक पहुंचा बिहार का मखाना
Saturday, 14 June 2025
मानव रचना ने ब्लू फूड टेक्नोलॉजी में बड़ा नवाचार किया, वैश्विक पोषण और स्थिरता को बढ़ावा देने की दिशा में अहम कदम
• प्रोटीन से भरपूर आहार की बढ़ती मांग को देखते हुए ब्लू फूड प्रोसेसिंग में नवाचार किए जा रहे हैं, ताकि पोषण, स्थिरता और उत्पादन क्षमता बेहतर की जा सके।
• हाई-प्रेशर प्रोसेसिंग और रीसर्क्युलेटिंग एक्वाकल्चर सिस्टम (RAS) जैसी तकनीकें पर्यावरण पर असर घटाते हुए उत्पादन बढ़ाने में मदद कर रही हैं।
• माइक्रोएल्गी के जेनेटिक मॉडिफिकेशन और नैनोइमल्शन जैसी तकनीकें ब्लू फूड्स की पौष्टिकता और शेल्फ लाइफ बढ़ाकर पोषण की वैश्विक कमी को दूर करने में सहायक हैं।
*फरीदाबाद, 14 जून 2025: मानव रचना इंटरनेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ रिसर्च एंड स्टडीज़ (MRIIRS) के बायोटेक्नोलॉजी विभाग की रिसर्च एंड डेवलपमेंट सेल ने वैश्विक खाद्य सुरक्षा और स्थिरता पर केंद्रित एक महत्वपूर्ण शोध प्रस्तुत किया है। “ब्लू फूड प्रोसेसिंग टेक्नोलॉजीज और सतत विकास में उनका महत्व” विषय पर प्रकाशित शोध पत्र में डॉ. विनय कुमार पांडे ने इस क्षेत्र में हो रहे अहम बदलावों और तकनीकों की विस्तार से जानकारी दी है।
ब्लू फूड प्रोसेसिंग का मतलब है मछली, शैवाल और अन्य जलीय जीवों का उत्पादन और प्रसंस्करण, जो इंसानी आहार के लिए उपयोग किए जाते हैं। बढ़ती जनसंख्या की पोषण संबंधी ज़रूरतों को पूरा करने में ये स्रोत अहम होते जा रहे हैं। लेकिन पारंपरिक तरीके जैसे कि सामान्य मत्स्य पालन और एक्वाकल्चर अब न तो पर्यावरण के लिहाज़ से टिकाऊ हैं और न ही ज़रूरतों के हिसाब से पर्याप्त। शोध में ऐसी तकनीकों पर ज़ोर दिया गया है जो खाद्य सुरक्षा के साथ-साथ पारिस्थितिक संतुलन भी बनाए रख सकें।
जैसे-जैसे दुनिया भर में प्रोटीन युक्त खाने की मांग बढ़ रही है, ब्लू फूड्स को इस तरह प्रोसेस करने की जरूरत महसूस की जा रही है, जिससे उनकी पौष्टिकता, टिकाऊपन और उत्पादन की क्षमता तो बढ़े ही, साथ ही पर्यावरण पर असर भी कम हो।
शोध में कई उभरती तकनीकों का ज़िक्र किया गया है, जो इस क्षेत्र में बदलाव ला रही हैं। इनमें हाई-प्रेशर प्रोसेसिंग (HPP), फ्रीज़-ड्राइंग, अल्ट्रासाउंड असिस्टेड एक्सट्रैक्शन, पल्स्ड इलेक्ट्रिक फील्ड्स (PEF), प्लाज़्मा टेक्नोलॉजी और माइक्रोवेव इंडक्शन हीटिंग शामिल हैं। ये तकनीकें खाद्य सुरक्षा बनाए रखने, पोषक तत्वों को संरक्षित रखने, उत्पादन प्रक्रिया तेज करने और उत्पाद की शेल्फ लाइफ बढ़ाने में मदद करती हैं, वह भी बिना किसी हानिकारक रसायन या अधिक ऊर्जा उपयोग के।
डॉ. विनय कुमार पांडे, सहायक प्रोफेसर, रिसर्च एंड डेवलपमेंट सेल, बायोटेक्नोलॉजी विभाग, MRIIRS ने कहा, "ब्लू फूड प्रोसेसिंग में हो रहे नवाचारों की मदद से साल भर उत्पादन किया जा सकता है, वो भी पर्यावरण को कम नुकसान पहुंचाते हुए। रीसर्क्युलेटिंग एक्वाकल्चर सिस्टम जैसी तकनीकें पानी की खपत घटाने में मदद कर रही हैं, वहीं ब्लॉकचेन से समुद्र से थाली तक पूरी पारदर्शिता सुनिश्चित की जा सकती है।"
रीसर्क्युलेटिंग एक्वाकल्चर सिस्टम (RAS) विशेष रूप से प्रभावी साबित हो रही है। यह तकनीक बंद टैंक में पानी को लगातार साफ कर दोबारा उपयोग करती है, जिससे पर्यावरण पर असर कम होता है और बीमारियों से निपटने में भी मदद मिलती है, वो भी बिना ज्यादा
एंटीबायोटिक्स के। यह प्रणाली शहरों और जमीन के अंदरूनी इलाकों में मत्स्य पालन के लिए बेहद उपयुक्त है और साल भर बेहतर गुणवत्ता वाली मछली उत्पादन संभव बनाती है।
शोध में ब्लू बायोटेक्नोलॉजी की संभावनाओं पर भी ध्यान दिया गया है। इसमें माइक्रोएल्गी के जेनेटिक मॉडिफिकेशन के ज़रिए पोषकता और उत्पादन क्षमता बढ़ाई जाती है। इससे ओमेगा-3, अमीनो एसिड और एंटीऑक्सीडेंट्स से भरपूर ब्लू फूड तैयार किए जा सकते हैं। नैनोइमल्शन तकनीकों की मदद से पोषक तत्वों की उपलब्धता, स्थायित्व और शेल्फ लाइफ में सुधार होता है, जिससे रेडी-टू-ईट ब्लू फूड्स को बढ़ावा मिल रहा है।
हालांकि इन तकनीकों की संभावनाएं बहुत हैं, लेकिन विकासशील देशों में इनका इस्तेमाल अब भी चुनौतियों से भरा है—जैसे कि उच्च लागत, आधारभूत संरचना की कमी और तकनीकी विशेषज्ञता का अभाव। शोध में नीति निर्माताओं, उद्योगों और निवेशकों से इन बाधाओं को दूर करने और इन टिकाऊ तकनीकों को अपनाने में तेजी लाने की अपील की गई है।
Sunday, 18 May 2025
एशियन बॉक्सिंग चैंपियनशिप कोलंबो ,श्रीलंका के अंडर-22 मुक़ाबले मे बॉक्सर माही सिवाच फ़ाइनल में पहुँचीं ।
Saturday, 10 May 2025
खेलो इंडिया यूथ गेम्स 2025 में नाम्या कपूर ने 25 मीटर पिस्टल महिला वर्ग में जीता स्वर्ण पदक
नई दिल्ली, 10 मई 2025 — दिल्ली की नाम्या कपूर ने करणी सिंह शूटिंग रेंज में आयोजित खेलो इंडिया यूथ गेम्स 2025 की 25 मीटर पिस्टल महिला प्रतियोगिता में शानदार प्रदर्शन करते हुए 27 अंकों के साथ स्वर्ण पदक अपने नाम किया। यह प्रतिष्ठित प्रतियोगिता आज जोशपूर्ण प्रदर्शनों और उत्साही दर्शकों की मौजूदगी में संपन्न हुई। नाम्या कपूर के बेहद करीब रहीं मध्य प्रदेश की अंजलि महेन्द्रा भागवत, जिन्होंने 26 अंकों के साथ रजत पदक प्राप्त किया। राजस्थान की खानकव्यास ने 19 अंकों के साथ कांस्य पदक हासिल किया। पदकों का वितरण श्री कुंदन कुमार, रेजिडेंट कमिश्नर, तथा भारत के सर्वोच्च न्यायालय के माननीय न्यायमूर्ति श्री एहसानुद्दीन अमानुल्लाह द्वारा किया गया, जिससे इस कार्यक्रम की भव्यता और भी बढ़ गई। शूटिंग प्रतियोगिताएं इस वर्ष के खेलो इंडिया यूथ गेम्स की प्रमुख आकर्षणों में से एक हैं, जो 4 से 15 मई तक कई स्थानों पर आयोजित की जा रही हैं। दिल्ली गर्व के साथ साइक्लिंग, जिमनास्टिक्स और शूटिंग की मेज़बानी कर रही है, जहां देशभर से आए युवा प्रतिभाशाली खिलाड़ी उच्च स्तर की प्रतिस्पर्धा में हिस्सा ले रहे हैं। 25 मीटर पिस्टल महिला स्पर्धा का समापन खेलों में एक और महत्वपूर्ण उपलब्धि को दर्शाता है, जो युवाओं की भावना, अनुशासन और खेल उत्कृष्टता को उजागर करता है — यही वह मूल्य हैं जिन्हें खेलो इंडिया पहल लगातार प्रोत्साहित कर रही है।
Tuesday, 6 May 2025
खेलो इंडिया यूथ गेम्स 2025: ट्रैक साइकलिंग में पहले दिन बिहार टीम ने दो सिल्वर जीत बटोरीं सुर्खियां, झारखंड और राजस्थान का रहा जलवा
Monday, 5 May 2025
खेलो इंडिया यूथ गेम्स 2025 की शूटिंग स्पर्धाएं नई दिल्ली में प्रारंभ, राजस्थान ने जीता स्वर्ण पदक
विश्व कप में भारत की जीत की जश्न के बाद खेलो इंडिया यूथ गेम्स में मिली सेपक टकरॉ को जगह
Friday, 2 May 2025
MGR Sports Academy, Dubrajpur, Birbhum, Announced as Venue for Women’s Matches in Second Edition of Bengal Pro T20 League
MOHALI Are The CHAMPIONS of Punjab State Inter District Under 16 Years Tournament for the Season 2025-2026.
Sunday, 27 April 2025
डॉ. कावेश्वर घुरा की सर्जरी ने बचाई युवक की टांग, ट्रैक्टर ट्रॉली हादसे के बाद अपने पैरों पर लौटा घर
ट्रैक्टर ट्रॉली के नीचे कुचले पैर का डॉक्टरों ने किया सफल इलाज, ठीक होने पर युवक हॉस्पिटल से अपने पैरों पर चलकर घर गया
· पैर में बैक्टीरियल इन्फेक्शन और फंगस इन्फेक्शन के कारण बढ़ रहा था मरीज की जान को खतरा
फरीदाबाद: हाल ही में मैरिंगो एशिया हॉस्पिटल्स में प्लास्टिक एवं रिकंस्ट्रक्टिव सर्जरी टीम ने एक्सीडेंट के बाद राइट (दायां) पैर में गंभीर इन्फेक्शन के साथ आए मथुरा निवासी 27 वर्षीय कृष्ण कुमार का बेहतरीन इलाज कर न केवल उसे विकलांग होने से बचाया बल्कि उसकी जान बचाने में भी बड़ी सफलता हासिल की है। मैरिंगो एशिया हॉस्पिटल्स में प्लास्टिक एवं रिकंस्ट्रक्टिव सर्जरी विभाग के एचओडी डॉ. कावेश्वर घुरा ने बताया कि एक्सीडेंट होने के 10 दिन बाद मरीज हमारे पास आया। उस समय मरीज को हाई ग्रेड फीवर था। जाँच करने पर हमें पता चला कि मरीज के पैर में बैक्टीरियल सेप्टिसीमिया (गंभीर रक्त संक्रमण) भी है और फंगल सेप्टिसीमिया भी है इसलिए एंटी फंगल और एंटी बैक्टीरियल दवाइयां शुरू की गई और नियमित रूप से पट्टियाँ की गईं। हमने लगभग एक महीने में मरीज को पूरी तरह से ठीक कर दिया और उसके पैर को भी कटने से बचा लिया। ठीक होने के बाद मरीज हॉस्पिटल से अपने पैरों पर चलकर घर गया। अगर मरीज का सही से इलाज न होता तो मरीज को जान जा सकती थी।
ट्रैक्टर ट्रॉली के टायर के नीचे आने से मरीज के पैर की पूरी थाई, बटक (कूल्हे का पिछला मांसल हिस्सा), पॉटी वाली जगह और घुटने के जोड़ से नीचे की सारी जगह कुचल गई थी। मरीज के पैर की हड्डी सुरक्षित थी लेकिन बटक, कमर से लेकर थाई तक सारी चमड़ी हड्डी से अलग होकर संक्रमित हो गई थी। ब्लड वेसल्स बच गई थीं। शुरुआत में मरीज को फरीदाबाद शहर के किसी अन्य बड़े हॉस्पिटल में ले जाया गया, वहां पर उसके पैर को बचाने के लिए कई बार कोशिश की गई लेकिन उन्हें सफलता नहीं मिली। मामला काफी जटिल हो गया था।
डॉ. कावेश्वर घुरा ने कहा कि यह केस हमारे लिए भी बहुत ज्यादा चुनौती भरा था। मरीज के पैर में फंगस इतने अधिक गंभीर रूप से लग गया था कि यह कंट्रोल नहीं हो रहा था। मरीज आईसीयू में भी लगभग दो हफ्ते रहा। फंगस इन्फेक्शन के साथ-साथ बैक्टीरियल इन्फेक्शन भी लगातार बना हुआ था क्योंकि एक्सीडेंट के समय सारी मांसपेशियां हड्डी से अलग हो गई थीं। फंगस इन्फेक्शन लग जाने पर मांसपेशियां मर जाती हैं और फिर मरीज को ठीक करना बहुत ही मुश्किल हो जाता है। एक समय ऐसा भी आया था कि मरीज की जान बचाने के लिए उसके पैर को कुल्हे के जॉइंट से काटने की नौबत भी आ गई थी लेकिन मरीज की इच्छा शक्ति और हमारी लगभग एक महीने की कड़ी मेहनत के बाद हम मरीज को पूरी तरह ठीक करने में कामयाब हो गए।
Tuesday, 1 April 2025
फरीदाबाद निगम क्षेत्र में निगम बनाएगा पेट ( डॉग ) पार्क:- निगमायुक्त ए मोना श्रीनिवास
Sunday, 30 March 2025
हिन्दू समाज में उत्सव के रुप में मनाया जाता है नवरात्रों का पर्व : राजेश भाटिया
विधायक धनेश अधलखा ने लगाई हाजरी, प्रधान जगदीश भाटिया ने भेंट की चुनरी
जरूरतमंदों के लिए समय-समय पर आगे आएं संस्था : राजेश नागर
Sunday, 12 January 2025
Manav Rachna 18th Corporate Cricket Challenge 2025 : Sarvodaya Hospital & Aaj Tak Won Match
faridabad : 1st Match
of
dated 11.01.25 Morning was
played between Sarvodaya Hospital and Noida
-XI. The match was inaugurated by Mr. Sarkar Talwar, Dronacharya Awardee,
Director Sports Manav Rachna. Captain of Sarvodaya Hospital team won
the toss and elected to Bat first. Sarvodaya
Hospital Scored 287/6 runs in 20 Overs. For Sarvodaya Hospital team, Mr. Devender
Kaushik made 69 runs in 38 balls (9 fours, 3 Sixes), Dhananjay Yadav made 44 runs in 17 balls (2
Fours, 5 Sixes), Gurveer made 39 runs in 15 balls (1 four, 5 Sixes), and Mohit made
32 runs in 13 balls (1 Four, 4 Sixes) & Dr. Ashish Tomar made 29 runs in 15
Balls (3 Sixes) respectively.
एक्स अंडीफेटेड आर्मी आठवां आल इंडिया रविंदर फागना अंडर 17 क्रिकेट टूर्नामेंट का आयोजन 13 जनवरी 2025 से